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Live: MP Modi ने कहा, 'पूरब की ओर देखो नीति' के लिए अंडमान की भूमिका बहुत अधिक

PM Modi announces free food grain scheme extension, urges people ...
मित्रों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के लिए समुद्र के नीचे बिछी ऑप्टिकल फाइबर केबल सुविधा का उद्घाटन किया। इस केबल के लगने के बाद यहां हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी होगी, जिससे व्यापार और पयर्टन को बढ़ावा मिलेगा।

मित्रों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किन बातो पर और बल दिया वो इस प्रकार है :-

1) भारत की आजादी की तपोस्थली, संकल्पस्थली, अंडमान-निकोबार की भूमि और वहां रहने वाले सभी लोगों को मेरा नमस्कार! आज का दिन अंडमान-निकोबार के दर्जनों द्वीपों में बसे लाखों साथियों के लिए तो अहम है ही, पूरे देश के लिए भी महत्वपूर्ण है।

2) नेता जी सुभाषचंद्र बोस को नमन करते हुए, करीब डेढ़ वर्ष पहले मुझे सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल कनेक्टिविटी परियोजना के शुभारंभ का अवसर मिला था। मुझे खुशी है कि अब इसका काम पूरा हुआ है और आज इसके लोकार्पण का भी सौभाग्य मुझे मिला है।
30 चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर, पोर्ट ब्लेयर से लिटिल अंडमान और पोर्ट ब्लेयर से स्वराज द्वीप तक, अंडमान निकोबार के एक बड़े हिस्से में ये सेवा आज से शुरु हो चुकी है। मैं अंडमान-निकोबार के लोगों को अनंत अवसरों से भरी इस कनेक्टिविटी के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

3) सागर  के भीतर करीब 2300 किलोमीटर तक केबल बिछाने का ये काम समय से पहले पूरा करना, अपने आप में बहुत प्रशंसनीय है। गहरे समंदर में सर्वे करना, केबल की गुणवत्ता बरकरार रखना, विशेष जहाजों के जरिए केबल को बिछाना इतना आसान भी नहीं है।

4) जितना बड़ा ये प्रोजेक्ट था, उतनी ही विराट चुनौतियां थीं। ये भी एक वजह थी कि बरसों से इस सुविधा की जरूरत महसूस होते हुए भी इस पर काम नहीं हो पाया था। लेकिन मुझे खुशी है कि सारी रुकावटों को किनारे करके, इस काम को पूरा किया गया।

5) देश के इतिहास, वर्तमान और भविष्य के लिए इतने महत्वपूर्ण स्थान को, वहां के परिश्रमी नागरिकों को आधुनिक टेलीकॉम कनेक्टिविटी देना देश का दायित्व था। एक बेहद समर्पित टीम के द्वारा, टीम भावना से आज एक पुराना सपना साकार हुआ है। 

4) हमारा समर्पण रहा है कि देश के हर नागरिक, हर क्षेत्र की दिल्ली से और दिल से, दोनों दूरियों को पाटा जाए। हमारा समर्पण रहा है कि, देश के हर जन, हर क्षेत्र तक आधुनिक सुविधाएं पहुंचे, उनका जीवन आसान बने। 
अंडमान निकोबार को बाकी देश और दुनिया से जोड़ने वाला ये ऑप्टिकल फाइबर प्रोजेक्ट, इज ऑफ लिविंग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

5) ऑनलाइन पढ़ाई हो, टूरिज्म से कमाई हो, बैंकिंग हो, शॉपिंग हो या टेली-मेडिसिन दवाई हो, अब अंडमान निकोबार के हजारों परिवारों को भी ये ऑनलाइन मिल पाएंगी।

6) आज अंडमान को जो सुविधा मिली है, उसका बहुत बड़ा लाभ वहां जाने वाले पर्यटकों को भी मिलेगा। बेहतर नेट कनेक्टिविटी आज किसी भी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की सबसे पहली प्राथमिकता हो गई है।

7) हिंद महासागर हजारों वर्षों से भारत के व्यापारिक और सामरिक सामर्थ्य का सेंटर रहा है। अब जब भारत भारत-प्रशांत में व्यापार-कारोबार और सहयोग की नई नीति और रीति पर चल रहा है, तब अंडमान-निकोबार सहित हमारे तमाम द्वीपों का महत्व और अधिक बढ़ गया है। 

8) पूरब की ओर देखो नीति के तहत पूर्वी एशियाई देशों और सागर से जुड़े दूसरे देशों के साथ भारत के मजबूत होते रिश्तों में अंडमान निकोबार की भूमिका बहुत अधिक है और ये निरंतर बढ़ने वाली है।

9) नए भारत में, अंडमान निकोबार द्वीप समूह की इसी भूमिका को मजबूत करने के लिए, 3 साल पहले द्वीप विकास एजेंसी का गठन किया गया था। आज आप देख रहे हैं, कि अंडमान निकोबार में जो प्रोजेक्ट बरसों-बरस पूरे नहीं होते थे, वो अब तेजी से पूरे हो रहे हैं। 

10) अंडमान और निकोबार के 12 आइलैंड्स में हाई इंपैक्ट प्रोजेक्ट का विस्तार किया जा रहा है। मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी की एक बहुत बड़ी समस्या का समाधान तो आज हो चुका है। इसके अलावा रोड, एयर और वॉटर के जरिए फिजिकल कनेक्टिविटी को भी सशक्त किया जा रहा है।
नॉर्थ और मिडिल अंडमान की रोड कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए 2 बड़े ब्रिज और एनएच-4 के चौड़ीकरण पर तेजी से काम हो रहा है। पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट में एक साथ 1200 यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता आने वाले कुछ महीनों में बनकर तैयार हो जाएगी। 

11) द्वीप के बीच और बाकी देश से वॉटर कनेक्टिविटी की सुविधा को बढ़ाने के लिए कोची शिपयार्ड में जो 4 जहाज बनाए जा रहे हैं, उनकी डिलिवरी भी आने वाले कुछ महीनों में हो जाएगी। 

12) आज जब भारत आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में, वैश्विक आपूर्ति और मूल्य श्रृंखला के एक अहम खिलाड़ी के रूप में खुद को स्थापित करने में जुटा है, तब हमारे जलमार्ग और हमारे बंदरगाह के नेटवर्क को सशक्त करना बहुत जरूरी है। 

12+1) पोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में जो कानूनी अड़चनें थे, उन्हें भी निरंतर दूर किया जा रहा है। सरकार का ध्यान, सागर  में ईज ऑफ बिजनेस को बढ़ावा देना और समुद्री रसद को सरल बनाना भी है।

14) इसी तरह, ईस्ट कोस्ट में आंतरिक बंदरगाह के निर्माण का काम भी खत्म होने जा रहा है। अब ग्रेट निकोबार में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की संभावित लागत से ट्रांस शिपमेंट पोर्ट के निर्माण का प्रस्ताव है। 
एक बार जब ये पोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा तो यहां बड़े-बड़े जहाज भी रुक पाएंगे। इससे समुद्री व्यापार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी, हमारे युवाओं को नए मौके मिलेंगे। 

15) आज जितना भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर अंडमान निकोबार में तैयार हो रहा है, वो ब्लू इकॉनॉमी भी गति देगा। ब्लू इकॉनॉमी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मत्स्य पालन, एक्वाकल्चर और समुद्री खरपतवार की खेती है। 
मुझे उम्मीद है, हमारे आज के प्रयास, इस दशक में अंडमान-निकोबार को, वहां के लोगों को, न सिर्फ नई सहूलियत देंगे बल्कि वर्ल्ड टूरिस्ट मैप में भी प्रमुख स्थान के तौर पर स्थापित करेंगे।

English Translations :-
Friends Prime Minister Narendra Modi on Monday inaugurated the underwater optical fiber cable facility for Andaman and Nicobar Islands. After the installation of this cable, there will be high-speed broadband connectivity, which will give a boost to business and tourism.

Friends, Prime Minister Narendra Modi ji, on which things more emphasis is given as follows: -

1) My greetings to the independence of India, Sankalpasthali, the land of Andaman and Nicobar and all the people living there! Today is not only important for millions of companions living in dozens of islands of Andaman and Nicobar, it is also important for the whole country.

2) I had the opportunity to launch the Submarine Optical Fiber Cable Connectivity Project about a year and a half ago, bowing to Netaji Subhash Chandra Bose. I am glad that its work is now complete and today I am also fortunate to be released.
30 From Chennai to Port Blair, Port Blair to Little Andaman and Port Blair to Swaraj Island, the service has started in a large part of Andaman and Nicobar from today. I congratulate the people of Andaman and Nicobar for this connectivity filled with endless opportunities.

3) Completion of this work of laying of cables for about 2300 kilometers within the sea ahead of time is very admirable. Surveying in deep sea, maintaining cable quality, laying cables through special vessels is not so easy.

4) The bigger this project was, the greater the challenges. This was also a reason that despite the need of this facility for years, it could not be worked on. But I am glad that this work has been completed, bypassing all the obstacles.

5) It was the responsibility of the country to provide modern telecom connectivity to the hard working citizens of the country, so important to the history, present and future. Through a highly dedicated team, the team spirit today fulfills an old dream.

6) It has been our dedication that every citizen of the country, from every region of Delhi and from the heart, should bridge both the distances. Our dedication has been that, every person of the country should reach every area with modern facilities, make their life easier.

7) This optical fiber project connecting Andaman and Nicobar to the rest of the country and the world is a symbol of our commitment to the Is of Living.

8) Whether studying online, earning from tourism, banking, shopping or tele-medicine medicine, now thousands of Andaman and Nicobar families will also be able to get these online.
Today, the tourists visiting the Andaman will get huge benefit of the facility. Better net connectivity has become the first priority of any tourist destination today.

10) The Indian Ocean has been the center of India's commercial and strategic potential for thousands of years. Now that India is following the new policy and practice of trade and cooperation in the Indo-Pacific, the importance of our islands including Andaman and Nicobar has increased further.

11) Under the Look East Policy, Andaman and Nicobar have a greater role in India's strengthening relations with East Asian countries and other countries connected to the sea and it is going to grow.

12) In New India, the Island Development Agency was formed 3 years ago to reinforce the same role of the Andaman and Nicobar Islands. Today you are seeing that the projects which were not completed in Andaman and Nicobar years and years are now being completed rapidly.

12+1) High Impact Project is being expanded in 12 islands of Andaman and Nicobar. A major problem of mobile and internet connectivity has been resolved today. Apart from this, physical connectivity through road, air and water is also being strengthened.

14) To strengthen the road connectivity of North and Middle Andaman, 2 major bridges and NH-4 widening are being worked on rapidly. The capacity to handle 1200 passengers simultaneously at Port Blair Airport will be ready in the coming few months.
To increase water connectivity between the island and the rest of the country, the 4 ships being built at Kochi Shipyard will also be delivered in the coming months.
Today, as India is moving forward with a resolve of self-sufficiency, establishing itself as a global manufacturing hub, a key player in the global supply and value chain, our waterways and our port network are empowered It is very important to do.

15) The legal bottlenecks in the development of the port infrastructure are also being removed continuously. The government's focus is to promote ease of business in the sea and simplify maritime logistics.
Similarly, the construction of the internal port in the East Coast is also going to end. It is now proposed to construct a trans shipment port in Great Nicobar at an estimated cost of about 10 thousand crores.
Once this port is ready, big ships will also be able to stay here. This will increase India's share in maritime trade, provide new opportunities to our youth.
Today, as much as the modern infrastructure is being prepared in Andaman and Nicobar, the blue economy will also accelerate. An important part of the Blue Economy is fisheries, aquaculture and sea weed farming.
I hope that our efforts in this decade will not only provide new facilities to Andaman-Nicobar, but also to the people of the world, but also as a prominent place in the World Tourist Map.

Bengali Translations :-
বন্ধুরা প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদী সোমবার আন্দামান ও নিকোবর দ্বীপপুঞ্জের জন্য আন্ডারওয়াটার অপটিক্যাল ফাইবার কেবলের উদ্বোধন করেন। এই কেবলটি স্থাপনের পরে, উচ্চ-গতির ব্রডব্যান্ড সংযোগ থাকবে, যা ব্যবসা ও পর্যটনকে আরও বাড়িয়ে তুলবে।

বন্ধুরা, প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদী জি, যে বিষয়গুলিতে নীচে আরও জোর দেওয়া হয়েছে: -

১) ভারতের স্বাধীনতা, সঙ্কলস্থলী, আন্দামান ও নিকোবর ভূমি এবং সেখানে বসবাসকারী সকল মানুষকে আমার শুভেচ্ছা! আন্দামান ও নিকোবারের কয়েক ডজন দ্বীপে বসবাসকারী লক্ষ লক্ষ সাহাবীদের জন্য আজকের দিনটি গুরুত্বপূর্ণ নয়, এটি পুরো দেশের জন্যও গুরুত্বপূর্ণ।

২) নেতাজি সুভাষ চন্দ্র বোসকে প্রণাম জানিয়ে প্রায় দেড় বছর আগে আমার সাবমেরিন অপটিকাল ফাইবার কেবল সংযোগ প্রকল্প চালু করার সুযোগ হয়েছিল। আমি আনন্দিত যে এর কাজ এখন সম্পূর্ণ হয়েছে এবং আজ আমি মুক্তি পাওয়ার জন্য ভাগ্যবান am
30 চেন্নাই থেকে পোর্ট ব্লেয়ার, পোর্ট ব্লেয়ার থেকে ছোট আন্দামান এবং পোর্ট ব্লেয়ার থেকে স্বরাজ দ্বীপ পর্যন্ত আজ থেকে আন্দামান ও নিকোবারের একটি বৃহত অংশে পরিষেবাটি শুরু হয়েছে। অন্তহীন সুযোগে ভরা এই সংযোগের জন্য আমি আন্দামান ও নিকোবারের মানুষকে অভিনন্দন জানাচ্ছি।

৩) সমুদ্রের মধ্যে প্রায় 2300 কিলোমিটার দীর্ঘ সময় ধরে তারের স্থাপনের এই কাজ সমাপ্তি অত্যন্ত প্রশংসনীয়। গভীর সমুদ্রের মধ্যে সমীক্ষা করা, তারের গুণগতমান বজায় রাখা, বিশেষ জাহাজের সাহায্যে কেবল স্থাপন করা এত সহজ নয়।

4) এই প্রকল্পটি যত বড় ছিল, চ্যালেঞ্জগুলি তত বেশি। এটিও একটি কারণ ছিল যে এই সুবিধার জন্য বছরের পর বছর প্রয়োজন থাকা সত্ত্বেও এটিতে কাজ করা যায়নি। তবে আমি আনন্দিত যে সমস্ত বাধা পেরিয়ে এই কাজটি সম্পন্ন হয়েছে।

৫) দেশের কঠোর পরিশ্রমী নাগরিকদের আধুনিক টেলিযোগযোগ সংযোগ সরবরাহ করা দেশের দায়িত্ব ছিল, ইতিহাস, বর্তমান ও ভবিষ্যতের জন্য এত গুরুত্বপূর্ণ। আজ, একটি পুরানো স্বপ্ন টিম স্পিরিট সহ একটি উচ্চ উত্সর্গীকৃত দল দ্বারা উপলব্ধি করা হয়েছে।

এটি আমাদের উত্সর্গ হয়ে দাঁড়িয়েছে যে দিল্লির প্রতিটি অঞ্চল এবং হৃদয় থেকে দেশের প্রতিটি নাগরিকের এই দূরত্বটি ব্রিজ করা উচিত। আমাদের উত্সর্গটি হ'ল, দেশের প্রতিটি ব্যক্তির উচিত প্রতিটি সুযোগ-সুবিধা আধুনিক সুযোগ সুবিধা সহকারে পৌঁছানো, তাদের জীবনকে সহজ করা।
আন্দামান ও নিকোবরকে দেশ এবং বিশ্বের অন্যান্য অংশের সাথে সংযুক্ত করার এই অপটিক্যাল ফাইবার প্রকল্পটি ইস অফ লিভিংয়ের প্রতি আমাদের প্রতিশ্রুতির প্রতীক।
অনলাইনে পড়াশোনা করা হোক, পর্যটন, ব্যাংকিং, শপিং বা টেলি-মেডিসিনের ওষুধ থেকে আয় করা হোক, এখন হাজার হাজার আন্দামান ও নিকোবর পরিবারও এগুলি অনলাইনে পেতে সক্ষম হবে।
আজ, আন্দামানে ভ্রমণকারী পর্যটকরা এই সুবিধার বিশাল সুবিধা পাবেন। উন্নত নেট কানেকটিভিটি আজ যে কোনও পর্যটন কেন্দ্রের প্রথম অগ্রাধিকার হয়ে দাঁড়িয়েছে।
ভারত মহাসাগর হাজার হাজার বছর ধরে ভারতের বাণিজ্যিক এবং কৌশলগত সম্ভাবনার কেন্দ্রস্থল। ভারত যখন ইন্দো-প্রশান্ত মহাসাগরে বাণিজ্য ও ব্যবসায়ের নতুন নীতি ও অনুশীলন অনুসরণ করছে, তখন আন্দামান ও নিকোবর সহ আমাদের দ্বীপপুঞ্জের গুরুত্ব আরও বেড়েছে।
লুক ইস্ট নীতিমালার আওতায় পূর্ব এশীয় দেশ এবং সমুদ্রের সাথে যুক্ত অন্যান্য দেশের সাথে ভারতের সম্পর্ক সুদৃ in় করতে আন্দামান ও নিকোবারের বৃহত্তর ভূমিকা রয়েছে এবং এটি আরও বাড়তে চলেছে।
নিউ ইন্ডিয়ায়, আন্দামান ও নিকোবর দ্বীপপুঞ্জের একই ভূমিকাটিকে শক্তিশালী করার জন্য 3 বছর আগে দ্বীপ উন্নয়ন সংস্থা গঠিত হয়েছিল। আজ আপনি দেখছেন যে প্রকল্পগুলি আন্দামান ও নিকোবর বছর এবং বছরগুলিতে সম্পন্ন হয়নি এখন দ্রুত সম্পন্ন হচ্ছে।
আন্দামান ও নিকোবারের 12 টি দ্বীপে হাই ইমপ্যাক্ট প্রকল্পটি সম্প্রসারণ করা হচ্ছে। মোবাইল এবং ইন্টারনেট সংযোগের একটি বড় সমস্যা আজ সমাধান করা হয়েছে। এ ছাড়া রাস্তা, বায়ু এবং জলের মাধ্যমে শারীরিক যোগাযোগও জোরদার করা হচ্ছে।
উত্তর ও মধ্য আন্দামানের সড়ক যোগাযোগ জোরদার করার জন্য দুটি বড় সেতু এবং এনএইচ -4 প্রশস্তকরণ দ্রুত কাজ করা হচ্ছে। পোর্ট ব্লেয়ার বিমানবন্দরে এক সাথে 1200 যাত্রী পরিচালনার ক্ষমতা আগামী কয়েক মাসের মধ্যে প্রস্তুত হবে।
দ্বীপ ও দেশের অন্যান্য অঞ্চলের মধ্যে জলের যোগাযোগ বাড়ানোর জন্য, কোচি শিপইয়ার্ডে নির্মিত 4 টি জাহাজও আগামী কয়েক মাসে সরবরাহ করা হবে।
আজ, ভারত যেহেতু স্বনির্ভরতার সংকল্প নিয়ে এগিয়ে চলেছে, নিজেকে বৈশ্বিক উত্পাদন কেন্দ্র হিসাবে প্রতিষ্ঠা করছে, বৈশ্বিক সরবরাহ ও মূল্য শৃঙ্খলার মূল খেলোয়াড়, আমাদের নৌপথ এবং আমাদের বন্দর নেটওয়ার্ককে ক্ষমতা দেওয়া হয়েছে এটি করা খুব গুরুত্বপূর্ণ।
বন্দর অবকাঠামো উন্নয়নে আইনী বাধাও অবিচ্ছিন্নভাবে সরানো হচ্ছে। সরকারের মনোনিবেশ সমুদ্রের ব্যবসায় সহজতরকরণ এবং সামুদ্রিক সরবরাহকে সহজতর করা is
একইভাবে পূর্ব উপকূলে অভ্যন্তরীণ বন্দরের নির্মাণকাজও শেষ হতে চলেছে। এখন প্রায় 10 হাজার কোটি টাকা ব্যয়ে গ্রেট নিকোবারে একটি ট্রান্স শিপমেন্ট বন্দর নির্মাণের প্রস্তাব করা হচ্ছে।
এই বন্দরটি প্রস্তুত হয়ে গেলে বড় জাহাজগুলিও এখানে থাকতে সক্ষম হবে। এটি সামুদ্রিক বাণিজ্যে ভারতের অংশ বৃদ্ধি করবে, আমাদের যুবকদের নতুন সুযোগ প্রদান করবে।
আজ আন্দামান ও নিকোবরে যতটুকু আধুনিক অবকাঠামো তৈরি হচ্ছে ততই নীল অর্থনীতিও ত্বরান্বিত করবে। নীল অর্থনীতির একটি গুরুত্বপূর্ণ অংশ হ'ল মৎস্য, জলজ পালন এবং সামুদ্রিক আগাছা চাষ।
আমি আশা করি যে এই দশকে আমাদের প্রচেষ্টা কেবল আন্দামান-নিকোবারকেই নয়, সেখানকার লোকদের জন্য নয়, বিশ্ব পর্যটন মানচিত্রে একটি বিশিষ্ট স্থান হিসাবেও সরবরাহ করবে।


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